रेलवे में टीचर बनने का सपना देखने वाले उम्मीदवारों के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि इस पद के लिए क्या योग्यताएं, प्रक्रिया और अवसर हैं। रेलवे में शिक्षक का पद न केवल सम्मानजनक है, बल्कि इसमें स्थिरता और आकर्षक लाभ भी शामिल हैं और आज के इस आर्टिकल में रेलवे में टीचर कैसे बनें, के बारे में विस्तार से जानेगें।
रेलवे में टीचर की भूमिका
रेलवे में टीचर (शिक्षक) विभिन्न रेलवे स्कूलों और प्रशिक्षण संस्थानों में छात्रों और कर्मचारियों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। रेलवे स्कूलों में प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की शिक्षा देना, रेलवे कर्मचारियों को तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण देना और छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन की निगरानी और मूल्यांकन करना रेलवे शिक्षक की भूमिका रहती है।
रेलवे में टीचर बनने के लिए पात्रता
रेलवे में टीचर बनने के लिए उम्मीदवार के पास निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए।
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प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए (पीआरटी):
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स्नातक डिग्री (बीए/ बीएससी) के साथ डी.इल.ईडी या बी ईडी होनी चाहिए।
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सीटीईटी या एसटीईटी परीक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
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स्नातकोत्तर शिक्षक बनने के लिए (पीजीटी):
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संबंधित विषय में मास्टर की डिग्री (एमए/ एमएसी/ एमकॉम) होनी चाहिए।
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बीईडी या समकक्ष शिक्षण योग्यता होनी चाहिए।
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प्रशिक्षण अधिकारी बनने के लिए:
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तकनीकी या व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा या डिग्री होनी चाहिए।
रेलवे में टीचर बनने के लिए आयु सीमा
रेलवे में टीचर बनने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष है वहीं अधिकतम आयु 40 वर्ष है और आरक्षित वर्ग को सरकारी नियमों के अनुसार छूट भी दी गई है।
रेलवे में टीचर भर्ती प्रक्रिया
रेलवे में शिक्षक के पदों पर भर्ती भारतीय रेलवे द्वारा समय-समय पर जारी अधिसूचनाओं के माध्यम से की जाती है। भर्ती प्रक्रिया निम्न चरणों में होती है और भी पढ़े।
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लिखित परीक्षा
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रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) या संबंधित क्षेत्रीय बोर्ड द्वारा लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है।
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परीक्षा में सामान्य ज्ञान, शिक्षण पद्धति, और संबंधित विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं।
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डेमो क्लास और इंटरव्यू
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लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवारों को डेमो क्लास और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
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शिक्षण कौशल और विषय ज्ञान का मूल्यांकन किया जाता है।
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दस्तावेज़ सत्यापन और मेडिकल परीक्षण
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अंतिम चरण में, दस्तावेज़ सत्यापन और मेडिकल फिटनेस जांच होती है।
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रेलवे टीचर परीक्षा पैटर्न
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रेलवे टीचर के पेपर में केवल वस्तुनिष्ठ प्रकार बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
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परीक्षा में सामान्य ज्ञान से 20 प्रश्न, शिक्षण पद्धति विषय से 30 प्रश्न और संबंधित विषय से 50 प्रश्न पूछे जाते हैं इस तरह कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं जो 100 अंक के होते है।
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परीक्षा में 90 मिनिट का समय दिया जाता है और 1/3 अंक की नकारात्मक अंकन होती है।
विषय |
प्रश्नों की संख्या |
अंक |
समय |
सामान्य ज्ञान |
20 |
20 |
90 मिनिट |
शिक्षण पद्धति |
30 |
30 |
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संबंधित विषय |
50 |
50 |
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कुल |
100 |
100 |
रेलवे में टीचर की सैलरी और लाभ
रेलवे में टीचर को अच्छी सैलरी और भत्ते मिलते हैं:
रेलवे में टीचर को शुरुआती वेतन ₹35,000 – ₹50,000 प्रति माह (पद और अनुभव के अनुसार) मिलते हैं।
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भत्ते:
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महंगाई भत्ता
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मकान किराया भत्ता
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चिकित्सा सुविधा
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यात्रा सुविधा
निष्कर्ष
रेलवे में टीचर बनने का अवसर उन लोगों के लिए है जो शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण में रुचि रखते हैं। यह न केवल एक स्थिर करियर प्रदान करता है बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा और आर्थिक स्थिरता भी देता है। यदि आप योग्य हैं और शिक्षण में रुचि रखते हैं, तो रेलवे में टीचर के लिए आवेदन जरूर करें।