एफएमजीई परीक्षा में सामान्यत: दो भाग प्रारंभिक परीक्षण और क्लिनिकल परीक्षण होते हैं और प्रारंभिक परीक्षण, यह परीक्षा चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों (जैसे, शारीरिक विज्ञान, रासायनिक विज्ञान, और बायोलॉजी) से संबंधित होती है और क्लिनिकल परीक्षण, इसमें चिकित्सा के व्यावहारिक और क्लिनिकल पहलुओं पर आधारित प्रश्न होते हैं आज के इस आर्टिकल में एफएमजीई परीक्षा क्या है? को विस्तार से जानेंगे।
एफएमजीई परीक्षा क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में
एफएमजीई परीक्षा क्या है?
एफएमजीई की फुल फॉर्म फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन होता है, यह भारत के मेडिकल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, जिसे विदेशों में मेडिकल डिग्री हासिल करने वाले छात्रों के लिए अनिवार्य किया गया है। इस परीक्षा को राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) द्वारा आयोजित किया जाता है। यदि आप विदेश से डॉक्टर की पढ़ाई करके भारत में प्रैक्टिस करना चाहते हैं, तो यह परीक्षा पास करना जरूरी है।
एफएमजीई परीक्षा का उद्देश्य
एफएमजीई का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विदेशों से मेडिकल डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों का ज्ञान और कौशल भारतीय मानकों के अनुसार है। यह परीक्षा भारत में मेडिकल प्रैक्टिस करने या मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से रजिस्ट्रेशन प्राप्त करने के लिए अनिवार्य है।
एफएमजीई परीक्षा की पात्रता
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उम्मीदवार ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त विदेशी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस या इसके समकक्ष डिग्री प्राप्त की हो।
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मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से पात्रता प्रमाण पत्र होना चाहिए, यदि मेडिकल शिक्षा 15 मार्च 2002 के बाद शुरू हुई है।
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भारतीय नागरिक या भारतीय मूल का व्यक्ति होना चाहिए।
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एफएमजीई परीक्षा का प्रारूप
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एफएमजीई परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट होता है जो साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है।
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इस परीक्षा में 300 (बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न) प्रश्न पूछे जाते हैं और परीक्षा को दो भागों में विभाजित किया गया है। (हर भाग 150 प्रश्नों का होता है)
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परीक्षा के प्रत्येक भाग के लिए 2.5 घंटे का समय दिया जाता है और कोई भी निगेटिव मार्किंग नहीं है।
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एफएमजीई परीक्षा अंग्रेजी माध्यम में होती है।
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परीक्षा पास करने के लिए उम्मीदवार को कुल 300 में से कम से कम 150 अंक प्राप्त करने होते हैं।
एफएमजीई परीक्षा का सिलेबस
एफएमजीई परीक्षा का सिलेबस एमबीबीएस पाठ्यक्रम पर आधारित होता है। इसे दो मुख्य भागों में विभाजित किया गया है:
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प्री-क्लिनिकल सब्जेक्ट्स:
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एनाटॉमी
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फिजियोलॉजी
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बायोकैमिस्ट्री
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क्लिनिकल सब्जेक्ट्स:
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मेडिसिन
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सर्जरी
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गाइनोकॉलोजी
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ऑब्सटेट्रिक्स
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पेडियाट्रिक्स
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कम्युनिटी मेडिसिन
एफएमजीई के लिए आवेदन प्रक्रिया
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सबसे पहले एनबीई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
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“एफएमजीई” सेक्शन में जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें।
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पासपोर्ट साइज फोटो, सिग्नेचर और शैक्षणिक प्रमाण पत्र अपलोड करें।
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आवेदन शुल्क ऑनलाइन माध्यम से जमा करें।
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परीक्षा तिथि के कुछ दिन पहले एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा। इसे डाउनलोड करें और परीक्षा के लिए ले जाएं।
एफ़एमजीई की परीक्षा शुल्क
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एफ़एमजीई परीक्षा शुल्क में हाल ही में संशोधन किया गया है। अब उम्मीदवारों को ₹5,250 का परीक्षा शुल्क और 18% जीएसटी (₹945) मिलाकर कुल ₹6,195 का भुगतान करना होगा।
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उम्मीदवारों को एनबीईएमएस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा।
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आवेदन प्रक्रिया के दौरान, शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यमों (क्रेडिट/डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग) से करना होगा।
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सफल भुगतान के बाद, उम्मीदवार को भुगतान की पुष्टि और रसीद प्राप्त होगी, जिसे भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रखना चाहिए।
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नोट:
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आवेदन शुल्क गैर-वापसी योग्य है।
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आवेदन प्रक्रिया के दौरान सही जानकारी प्रदान करना आवश्यक है; गलत जानकारी के कारण आवेदन रद्द हो सकता है।
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आवेदन की अंतिम तिथि से पहले शुल्क का भुगतान सुनिश्चित करें।
निष्कर्ष
एफएमजीई परीक्षा उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जिन्होंने विदेशों में मेडिकल डिग्री प्राप्त की है और भारत में डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस करना चाहते हैं। सही रणनीति और मेहनत से इस परीक्षा को पास किया जा सकता है। यह लेख आपकी तैयारी और प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा।
प्रश्न
एफएमजीई का फुल फॉर्म क्या है?
एफएमजीई का फुल फॉर्म फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन होता है जो साल में दो बार नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन द्वारा करवाया जाता है।
हम कितनी बार एफएमजीई दे सकते हैं?
एफएमजीई परीक्षा को देने की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। यानी, एक उम्मीदवार जब तक चाहें, उतनी बार परीक्षा दे सकते हैं। हालांकि, उम्मीदवार को हर बार परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा और शुल्क का भुगतान करना होगा।
एफएमजीई परीक्षा के लिए कौन पात्र है?
उम्मीदवार ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त विदेशी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस या इसके समकक्ष डिग्री प्राप्त की हो और इससे प्राप्त मेडिकल शिक्षा 15 मार्च 2002 के बाद शुरू हुई है।
एफएमजीई के लिए उत्तीर्ण अंक क्या हैं?
एफएमजीई की परीक्षा 300 नंबर की होती है और उम्मीदवार को 150 अंक (50% अंक) प्राप्त करने होते हैं, ताकि वह परीक्षा में उत्तीर्ण हो सके।
एफएमजीई में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
एफएमजीई में सब्जेक्ट क्रमशः एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, सामुदायिक चिकित्सा, क्लिनिकल चिकित्सा, सर्जरी, आंतरिक चिकित्सा, गायनेकोलॉजी , पेडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, ऑप्थल्मोलॉजी और मनो चिकित्सा होते हैं।
एफएमजीई की परीक्षा कब होगी?
एफएमजीई दिसंबर की परीक्षा 12 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएगी।