REET Kya Hai In Hindi

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REET Kya Hai In Hindi:

 

 

REET Kya Hai In Hindi: रीट एग्जाम क्या है हिंदी में

  • अगर आप 11वीं 12वीं का शिक्षक बनना चाहते हो तो आपको फर्स्ट ग्रेड देनी होगी अगर आप 9वीं और 10वीं का शिक्षक बनना चाहते तो आपको सेकंड ग्रेड देनी होगी उसी तरीके से अगर आप एक से आठवीं क्लास का शिक्षक बनना चाहते हो तो आपको REET का एग्जाम देना होगा।

  • REET, जो एक पात्रता परीक्षा है इस एग्जाम में पास होने के बाद आप थर्ड ग्रेड मैन परीक्षा देने के लिए एलिजिबल हो जाओगे जिसका आयोजन राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा किया जाता है।

  • REET, जो पहले से आठवीं क्लास का शिक्षक बनने की पात्रता परीक्षा है, इसका एग्जाम लेवल 1 और लेवल 2 दो चरणों में होता है।

  • अगर आप 1 से 5 तक प्राथमिक स्तर पर टीचर बनना चाहते हो तो आपको REET का लेवल वन देना होगा अगर छठी से आठवीं क्लास तक के स्तर का शिक्षक बनना चाहते हो तो आपको लेवल 2 देना होगा।

  • अगर आप लेवल वन का एग्जाम देना चाहते हो तो उसके लिए आपको बीएसटीसी का एग्जाम देना होगा अर्थात अगर कोई स्टूडेंट पहले से पांचवी तक का शिक्षक बनना चाहता है तो उसको एक बीएसटीसी नाम का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होगा इसके माध्यम से वह एक D.El.Ed(Diploma of Elementry Education) नाम के डिप्लोमा के लिए एलिजिबल हो जाएगा।

  • अगर आप लेवल 2 का एग्जाम देना चाहते हो तो उसके लिए आपको पहले बीएड कंप्लीट करना होगा अर्थात अगर कोई स्टूडेंट छठी से आठवीं तक का शिक्षक बनना चाहता है तो उसकी B.Ed क्लियर होनी अनिवार्य है लेकिन जब आपको B.Ed क्लियर करनी है उसके लिए आपको PTET (Pre Teacher Eligibility Test) नाम का एक इंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा।

  • D.El.Ed का डिप्लोमा पहले एक साल का हुआ करता था लेकिन अभी दो साल का होने लग गया है अगर आप यह डिप्लोमा प्राप्त कर लेते हो तो आप लेवल वन अर्थात पहले से पांचवी तक का शिक्षक के एग्जाम के लिए एलिजिबल हो जाओगे।

  • लेकिन वहीं B.Ed करने के बाद REET के लेवल वन के साथ-साथ आप फर्स्ट ग्रेड और सेकंड ग्रेड के लिए एलिजिबल हो जाओगे।

 

REET Exam Age Limit: आयु सीमा

  • REET के एग्जाम के लिए आपकी 18 से 40 साल उम्र होनी चाहिए।

 

REET Exam Education Qualification: शैक्षणिक योग्यता

  • REET(Level-I) के एग्जाम के लिए आपकी कोई भी स्ट्रीम से 12th 50% के साथ BSTC(D.El.Ed) होनी अनिवार्य है।

  • REET(Level-II) के एग्जाम के लिए आपकी ग्रैजुएशन 50% के साथ B.Ed की डिग्री होनी अनिवार्य है।

  • राज्य सरकार के आदेश अनुसार निम्न श्रेणी हेतु न्यूनतम पात्रता अंकों का निर्धारण निम्न प्रकार से किया गया है:

क्रम संख्या 

श्रेणी

न्यूनतम उत्रीन प्रतिशत 

1.

सामान्य/ अनारक्षित

Non TSP और TSP के लिए 60%

2.

अनुसूचित जनजाति(ST)

Non TSP के लिए 55 और TSP के लिए 36 %

3.

अनुसूचित जाति(SC),सामान्य पिछड़ा वर्ग(OBC), अति पिछड़ा वर्ग (MBC) एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)

55%

4.

सामान्य श्रेणी की विधवा एवं परित्यकता महिलाएं तथा भूतपूर्व सैनिक

50%

5.

दिव्यांग श्रेणी में नियमानुसार आने वाले समस्त व्यक्ति

40%

6.

सहारिया जनजाति के व्यक्ति

36 (सहारिया क्षेत्र)

 

REET Exam Pattern : परीक्षा पैटर्न

  • Level-I:

  1. क्वेश्चन पेपर केवल वस्तुनिष्ठ प्रकार बहुविकल्पीय होगा।

  2. REET के लेवल वन में पांच विषय क्रमश:चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम, दो भाषाएं (लैंग्वेज वन और लैंग्वेज टू,आप कोई भी दो लैंग्वेज सेलेक्ट कर सकते हो जैसे हिंदी उर्दू मराठी इंग्लिश कुछ भी),मैथमेटिक्स और पर्यावरण से क्वेश्चन पूछे जाते है।

  3. लेवल वन में प्रत्येक विषय से 30-30 नंबर के क्वेश्चन पूछे जाते है।

  4. प्रत्येक क्वेश्चंस एक नंबर का होता है,इस तरह पेपर 150 नंबर का होगा।

  5. पेपर में अभ्यर्थी को 2 घंटे 30 मिनिट दी जाती है।

  6. अभ्यर्थियों के लिए इस एग्जाम में कोई भी अंक की नकारात्मक अंकन नहीं है।

  7. परीक्षा ऑफलाइन मोड (OMR based) में होगी।

सबजेक्ट 

क्वेश्चन 

मार्क्स 

चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम

30

30

लैंग्वेज -I (कंपलसरी)

30

30

लैंग्वेज -II (कंपलसरी)

30

30

मैथमेटिक्स

30

30

पर्यावरण

30

30

कुल

150

150

 

  • Level-II:

  1. क्वेश्चन पेपर केवल वस्तुनिष्ठ प्रकार बहुविकल्पीय होगा।

  2. REET के लेवल टू में चार विषय क्रमश:चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम, दो भाषाएं (लैंग्वेज वन और लैंग्वेज टू,आप कोई भी दो लैंग्वेज सेलेक्ट कर सकते हो),मैथमेटिक्स और साइंस से (सांइस स्ट्रीम) या और सामाजिक अध्ययन और सामाजिक विज्ञान (कॉमर्स स्ट्रीम या आर्ट्स स्ट्रीम) से क्वेश्चन पूछे जाते है।

  3. लेवल टू में चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम, दो भाषाएं से 30-30 नंबर के क्वेश्चन पूछे जाते है और साथ ही साथ गणित, विज्ञान /SST से 60 नंबर के क्वेश्चन पूछे जाते हैं।

  4. प्रत्येक क्वेश्चंस एक नंबर का होता है,इस तरह पेपर 150 नंबर का होगा।

  5. पेपर में अभ्यर्थी को 2 घंटे 30 मिनिट दी जाती है।

  6. अभ्यर्थियों के लिए इस एग्जाम में कोई भी अंक की नकारात्मक अंकन नहीं है।

  7. परीक्षा ऑफलाइन मोड (OMR based) में होगी।

सबजेक्ट 

क्वेश्चन

मार्क्स

चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम

30

30

लैंग्वेज -I (कंपलसरी

30

30

लैंग्वेज-II (कंपलसरी)

30

30

मैथमेटिक्स और साइंस

30क्वेश्चन मैथमेटिक्स और 30 क्वेश्चन साइंस से

60

सामाजिक अध्ययन और सामाजिक विज्ञान

60

60

कुल

150

150

 

नोट: REET के लेवल 2 में आपको चार सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं अगर आप 12th में साइंस बैकग्राउंड से हो तो आपको आपको मैथ और साइंस के पेपर में क्वेश्चन पूछे जाते है और वहीं अगर आपने कॉमर्स और आर्ट से 12th पास किया है तो सोशल साइंस से पेपर में क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो फॉर्म भरते समय आपको सेलेक्ट करना होगा।

 

REET Level-II Syllabus: रीट कक्षा 6 से 8 तक का पाठ्यक्रम

  • बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ:

  1. बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धांत, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संबंध संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध।

  2. व्यक्तिगत विभिन्नताएं: अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।

  3. व्यक्तित्व: संरचना प्रकार एवं व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक और व्यक्तित्व का मापन।

  4. बुद्धि: संकल्पना, सिद्धांत एवं इसका मापन, बहु बुद्धि सिद्धांत एवं इसके निहितार्थ।

  5. विविध अभिगमनकर्ताओ की समझ: पिछड़े, विमंदित प्रभावशाली, सृजनशील, अलभन्नवित- वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।

  6. अधिगम में आने वाली कठिनाइयां।

  7. समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका।

  8. अधिगम के अर्थ एवं संकल्पना और अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।

  9. अधिगम के सिद्धांत (व्यवहारवाद, गैस्तालतावाद, संघानवाद)

  10. बच्चे सीखते कैसे हैं, अभिगम की प्रक्रिया, चिंतन, कल्पनाएं और तर्क (निर्मितवादी, उपागम, अनुभाविक, अभिगम, संकल्पनाए-मानचित्रन अन्वेषण और समस्या समाधान), अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।

  11. शिक्षक अभिगम की प्रक्रिया, राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा, रूपरेखा – 2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियां।

  12. आकलन मापन मूल्यांकन का अर्थ और उद्देश्य समग्र तथा सतत मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण, सीखने के प्रतिफल

  13. क्रियात्मक अनुसंधान

  14. शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 अध्यापकों की भूमिका में दायित्व।

  • हिंदी भाषा(फर्स्ट लेंग्वेज):

  1. एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न:शब्द ज्ञान – तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द, पर्यायवाची, विलोम, एकार्थी शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, विशेष्य, अव्यय, वाक्यांश के लिए एक शब्द, शब्द युक्ति।

  2. एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न जो आगे के पॉइंट्स में दिए हुए है।

  3. रेखांकित शब्दों पर अर्थ स्पष्ट करना, वचन काल, लिंग ज्ञात करना, दिए गए शब्दों का वचन, काल और लिंग बदलना, राजस्थानी शब्दों के लिए के हिंदी रूप।

  4. वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंद, मुहावरे और लोकोक्तियां, विराम चिन्ह।

  5. भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास।

  6. भाषाई कौशल का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियां, शिक्षण अधिगम सामग्री पाठ्य पुस्तक, बहुमध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।

  7. भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत मूल्यांकन, उपचारक शिक्षक।

  • अंग्रेज़ी भाषा (फर्स्ट लेंग्वेज):

  1. Unseen Prose Passage:Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution

  2. Unseen Prose Passage:Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison.

  3. Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration

  4. Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols

  5. Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching

  6. Development of Language Skills, Teaching Learning Materials:( Text books,

  7. Multi-media Materials and other resources).

  8. Continuous and Comprebensive Evaluation, Assessment and Evaluation in Language.

  • हिंदी भाषा (सेकंड लेंग्वेज):

  1. एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न:वर्ण विचार, वर्ण विश्लेषण, शब्द ज्ञान- तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द, युग्म शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, समास, शब्दों का शब्दकोश, क्रम में लिखना, शब्दों के मानक रूप लिखना, संज्ञा, सर्वनाम, विश्लेषण, क्रिया क्रिया विशेषण, लिंग, वचन, काल।

  2. एक अपठित पधांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न:भाव सौंदर्य, विचार सौंदर्य, नाद सौंदर्य, शिल्प सौंदर्य, जीवन दृष्टि, वाक्य रचना,वाक्य के अंग,वाक्य के भेद, पदबंद, मुहावरे लोकोक्तियां, कारक चिन्ह, अवयव, विराम चिन्ह,राजस्थानी मुहावरे का अर्थ एवं प्रयोग।

  3. भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषाई दक्षता का विकास।

  4. भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना), शिक्षण अधिगम सामग्री-पाठ्य पुस्तक, बहुमाध्यम एवं शिक्षक के अन्य संसाधन।

  5. भाषा शिक्षण में मूल्यांकन (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) उपलब्धि परीक्षण का निर्माण, समग्र एवं सतत मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण।

  • अंग्रजी भाषा(सेकंड लेंग्वेज):
  1. Unseen Prose Passage-Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences.

  2. Unseen Poem-Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance,Rhyme

  3. Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases, Literary Terms : Elegy, Sonnet, Short Story, Drama

  4. Basic knowledge of English sounds and their Phonetic Symbols.

  5. Principles of Teaching English, Communicative Approach to English

  6. Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning

  7. English( role of home language multilingualism)

  8. Methods of Evaluation, Remedial Teaching

  • गणित:

  1. घातांक : सामान आधार की घाटीय संख्याओं का गुना और भाग, घातंक नियम।

  2. बीजीय व्यंजन: सरल बीजीय व्यंजनों का गुणनखंड।

  3. विभाग सर्वसमिकाएं गुणनखंड सरल विधि व्यंजनों के समीकरण: सरल एक घातीय समीकरण।

  4. वर्ग और वर्गमूल।

  5. घन और घनमूल।

  6. ब्याज, सरल ब्याज, चक्रवर्ती ब्याज, लाभ हानि।

  7. अनुपात और समानुपात समानुपाती भागों में विभाजन।

  8. विभिन्न प्रतिशतता, जन्म मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि और ह्रास।

  9. रेखा तथा कोण ,रेखाखंड, सरल व वक्र रेखाए, कोणों के प्रकार।

  10. समतलीय आकृतीया: त्रिभुज, त्रिभजो के सर्वेगसमता, चतुर्भुज तथा वृत, बहुभुज।

  11. समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप: त्रिभुज आयात, समांतर चतुर्भुज और समलंब चतुर्भुज।

  12. प्रष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन, घन, घनाभ एवं लामवर्तीय बेलन।

  13. सांख्यिकी: आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारंबारता बंटन सारिणी, मिलान चिन्ह, स्तम्भ लेखाचित्र एवं आयात लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र)

  14. लेखाचित्र(ग्राफ): विभिन्न प्रकार लेखाचित्र, प्रायिकता।

  15. गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति पाठ्यक्रम में गणित की महता,गणित की भाषा,सामुदायिक गणित।

  16. मूल्यांकन, उपचारक शिक्षण, शिक्षण की समस्याएं।

  • विज्ञान:

  1. सजीव और निर्जीव: परिचय अंतर एवं लक्षण।

  2. सूक्ष्म जीव: जीवाणु, वायरस, कवक (लाभकारी एवं अलाभकारी)

  3. सजीव: पौधों के प्रकार एवं विभिन्न भाग, पादपो की पोषण श्वसन एवं उत्सर्जन, पादप एवं जंतु कोशिकाओं की संरचना तथा कार्य, कोशिका विभाजन।

  4. मानव शरीर एवं स्वास्थ्य: सूक्ष्म जीवों के फैलने वाले रोग (क्षय रोग,खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड) रोगों से बचाव के उपाय, मानव शरीर के विभिन्न तंत्र, संक्रामक रोग (फैलने के कारण और बचाव), भोजन के स्रोत,भोजन के प्रमुख अवयव तथा इनकी कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन।

  5. जंतु प्रजनन एवं किशोरावस्था:जनन की विधियां, लैंगिक एवं अलैंगिक,किशोर अवस्था एवं यौवनवस्था, शारीरिक परिवर्तन, जनन में हार्मोन की भूमिका जन्नत्मक स्वास्थ्य।

  6. यांत्रिकी: बल एवं गति, बलों के प्रकार (पेशीय बल,दर्शन बल, गुरुत्व बल, चुंबकीय बल, स्थिर वैद्युत बल आदि) गति के प्रकार (रेखीय, वृताकार, कंपन, आवर्तन एवं घूर्णन गति) दाब, वायुमंडलीय दाब, उत्प्लावन बल, कार्य, ऊर्जा के परंपरागत एवं वैकल्पिक स्रोत, ऊर्जा संरक्षण।

  7. ताप एवं ऊष्मा: ताप एवं ऊष्मा का अभिप्राय, तापमापी और ऊष्मा संचरन।

  8. प्रकाश एवं ध्वनि: प्रकाश के स्रोत, प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, समतल दर्पण, गोलीय दर्पण के प्रतिबिंब बनाना, प्रकाश का परिवर्तन, लेंस एवं लैंस से प्रतिबिंब का निर्माण, ध्वनि, ध्वनि के अभिलक्षण, ध्वनि संचरण, ध्वनि प्रदूषण।

  9. विद्युत एवं चुम्बकत्व: विद्युत धारा, विद्युत परिपथ विद्युत धारा के उष्मीय, चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव, चुंबक एवं चुंबकत्व।

  10. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व, संश्लेषिक रेशे तथा प्लास्टिक-संश्लेषिक रेशे के गुण धर्म एवं प्रकार,प्लास्टिक एवं इनके गुण धर्म, प्लास्टिक एवं पर्यावरण, डिटर्जेंट, सीमेंट आदि, चिकित्सा क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्सरे, सीटी स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउंड, लेजर किरणे) दूर संचार के क्षेत्र में फैक्स मशीन, कंप्यूटर, इंटरनेट, ईमेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी।

  11. सौरमंडल: चंद्रमा एवं तारे, सौर परिवार, सूर्य एवं ग्रह, धूमकेतु, तारामंडल।

  12. पदार्थ की संरचना: परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना तत्व, यौगिक और मिश्रण, मिश्रण के अवयव का पृथक्करण, तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण भौतिक और रासायनिक परिवर्तन।

  13. रासायनिक पदार्थ: ऑक्साइड, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन (सामान्य जानकारी) अमल, क्षार और लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस।

  • सामाजिक अध्ययन:

  1. भारतीय सभ्यता संस्कृति और समाज: सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति, जैन एवं बौद्ध धर्म,महाजनपदकाल।

  2. मौर्या तथा गुप्त साम्राज्यों और गुप्तचर काल: राजनीतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान, भारत 600 से 1000 ई, व्रहतर भारत।

  3. मध्यकाल एवं आधुनिक भारत:भक्ति और सूफी आंदोलन, मुगल राजपूत संबंध, मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 का विद्रोह, भारतीय अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव, पूनजागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (1885 से 1947)

  4. भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र: भारतीय संविधान का निर्माण एवं विशेषताएं, उद्देशिका, मूल अधिकार, मूल कर्तव्य, सामाजिक न्याय व बाल अधिकार बाल संरक्षण लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता।

  5. सरकार: गठन एवं कार्य

  6. संसद, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रीपरिषद, उच्चतम न्यायालय, राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगरीय स्वशासन (राजस्थान के विशेष संदर्भ में), जिला प्रशासन एवं न्यायव्यवस्था।

  7. पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण:सौरमंडल, अक्षांश, देशांतर, पृथ्वी की गतियां, वायुदाब एवं पवने, चक्रवात, महासागरीय परिसंचरण, ज्वालामुखी भूकंप, पर्यावरण समस्या एवं समाधान ।

  8. भारत का भूगोल एवं संसाधन:भू आकृति, प्रदेश, जलवायु प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीव, नदी घाटी परियोजना, मृदा, कृषि फसल, उद्योग, खनिज, परिवहन, जनसंख्या, मानव संसाधन, विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।

  9. राजस्थान का भूगोल और संसाधन: भौतिक प्रदेश, जलवायु एवं अफवाह प्रणाली, झीले, मृदा जल संरक्षण एवं संग्रहण, कृषि फसले, खनिज एवं ऊर्जा संसाधान, राजस्थान की प्रमुख नहरे एवं नदी घाटी परियोजना, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन और वन्य जीव।

  10. राजस्थान का इतिहास: प्राचीन सभ्यता एवं जनपद, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान, राजस्थान में प्रजामंडल, जनजातीय एवं किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।

  11. राजस्थान की कला एवं संस्कृति: राजस्थान की विरासत (दुर्ग महल, स्मारक) राजस्थान के मेले, त्योहार, लोक कलाएं, राजस्थान के चित्रकलाएं, राजस्थान के लोक नृत्य, लोकनाट्य, लोक देवता, लोक संत, लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र, राजस्थान की हस्तकला, स्थापत्य कला, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण राजस्थान की भाषा और साहित्य।

  12. शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे-I: सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति, कक्षा -कक्ष की प्रतिक्रियाएं, क्रियाकलाप एवं विमर्श, सामाजिक विज्ञान/ सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएं, समआलोचनात्मक चिंतन का विकास।

  13. शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे-II:अनुभाविक साक्ष्य,अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की परियोजना कार्य, सीखने के प्रतिफल,मूल्यांकन।

 

How Many Time REET Exam Conduct: रीट का एक्जाम कितनी बार आयोजित हुआ है

REET अब तक 5 बार आयोजित हो चुकी है और REET के एक्जाम का वर्ष निम्न है:

क्रम स 

वर्ष

नाम

1.

2011

RTET

2.

2013

RTET

3.

2015

REET

4.

2017

REET

5.

2021

REET

नोट: 2013 और 2015 में REET को RTET के नाम से जाना जाता था और REET का एग्जाम एक चरण में होता था लेकिन 2017 और 2021 के अंदर REET का एग्जाम दो चरणों में होने लग गया है और भर्ती रद्द होने के कारण वह एग्जाम 2023 में हुआ था वह भी दो चरणों में हुआ था अभी इसका एग्जाम दो चरण में होता है।

 

How To Apply REET: रीट के लिए आवेदन कैसे करें

  1.  रीट का प्री एग्जाम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा कंडक्ट करवाया जाता है।

  2.  मेंस एग्जाम आरएसएमएसएसबी के द्वारा कंडक्ट करवाया जाता है ।

  3. हम आसानी से उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर फॉर्म फिल कर सकते हैं और साथ ही साथ इसके बारे में जानकारी भी ले सकते हैं।

 

Conclusion: निष्कर्ष 

हमें उम्मीद है की आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से REET Kya hai In Hindi को विस्तार से जाना होगा। यदि आप इससे या एजुकेशन से सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है,तो हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है।

 

FAQ:

रीट की फुल फॉर्म क्या है?

रीट का पूर्ण रूप- राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा है अर्थात् (Rajasthan Eligibility Examination for Teachers (REET)

रीट की माइनस मार्किंग क्या है?

रीट के एग्जाम के लिए कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं है।

रीट का एग्जाम देने से क्या होता है?

रीट का एग्जाम दो चरणों में होता है लेवल 1 और लेवल 2 अगर आप 1 से 5 तक प्राथमिक स्तर पर टीचर बनना चाहते हो तो आपको REET का लेवल वन देना होगा अगर छठी से आठवीं क्लास तक के स्तर का शिक्षक बनना चाहते हो तो आपको लेवल 2 देना होगा।

रीट की परीक्षा से कौन सी नौकरी मिलती है?

वैसे रीट की एग्जाम देने से कोई नौकरी नहीं मिलती यह पात्रता परीक्षा है इसको पास करने के बाद आप शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए एलिजिबल हो जाओगे।

रीट परीक्षा में कौन-कौन से विषय आते हैं?

REET के लेवल वन में पांच विषय क्रमश:चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम, दो भाषाएं (लैंग्वेज वन और लैंग्वेज टू,आप कोई भी दो लैंग्वेज सेलेक्ट कर सकते हो जैसे हिंदी उर्दू मराठी इंग्लिश कुछ भी),मैथमेटिक्स और समाजिक विज्ञान से क्वेश्चन पूछे जाते है और REET के लेवल टू में चार विषय क्रमश:चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम, दो भाषाएं (लैंग्वेज वन और लैंग्वेज टू,आप कोई भी दो लैंग्वेज सेलेक्ट कर सकते हो),मैथमेटिक्स से (सांइस स्ट्रीम) या और समाजिक विज्ञान (कॉमर्स स्ट्रीम या आर्ट्स स्ट्रीम) से क्वेश्चन पूछे जाते है।

रीट की तैयारी कौन कर सकता है?

अगर आप नीचे दी हुई शैक्षणिक योग्यता रखते हो तो आप रीट के लिए एलिजिबल हो 1.REET(Level-I) के एग्जाम के लिए आपकी कोई भी स्ट्रीम से 12th 50% के साथ BSTC(D.El.Ed) होनी अनिवार्य है। 2.REET(Level-II) के एग्जाम के लिए आपकी ग्रैजुएशन 50% के साथ B.Ed की डिग्री होनी अनिवार्य है।

 

मेरा नाम अतुल है, मैं राजस्थान का निवासी हूं इस ब्लॉग पर आपको एजुकेशन से जुड़ी सारी जानकारी (जैसे 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद विधार्थी को क्या-क्या करना चाहिए) हिंदी भाषा में सीखने को मिलेगी।

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